कोविड-19 : *पी पी एन इंटर कॉलेज में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु निबंध प्रतियोगिता संपन्न* कानपुर: आज पी पी एन इंटर कॉलेज में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु निबंध प्रतियोगिता संपन्न हुई। इस संबंध में पी पी एन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राकेश कुमार यादव ने बताया कोविड-19 क्या है? कोरोनावायरस 2019 नोबेल कोरोनावायरस एक नई बीमारी है।जो चीन के वुहान में उत्पन्न हुई ।यह बीमारी नयी होने के कारण इससे बचाव के संसाधन भी हमारे पास काफी कम है। हालांकि यह सामान्य सर्दी और फ्लू के समान हैं।लेकिन कोरोनावायरस 2019 बहुत तेजी से फैलता है और पहले से ही इसे दुनिया भर में महामारी घोषित किया जा चुका है। 100 में से लगभग 80- 90 लोग जिसे कोरोनावायरस हुआ वह सामान्य सर्दी की तरह ही ठीक हो जाएंगे लेकिन 10 से 20% लोगों को निमोनिया हो सकता है जिसके कारण उन्हें अस्पताल तक जाना पड़ सकता है इनमें से 5% से 8% लोगों को आ ई सी यू में भर्ती करना पड़ सकता है जबकि 2 से 3% लोगों की मौत हो सकती है ।मरने वालों में ज्यादातर वही बूढ़े होंगे ।जो कमजोर होंगे या जिन्हें दिल की बीमारी डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारी है ।महामारी के दौरान इस बीमारी से ग्रसित लोगों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।व्यक्ति को कैसे होता है कोरोनावायरस- यह बीमारी काफी संक्रामक है और जो कर्मचारी महामारी के दौरान भी कार्यों के लिए बाहर जा रहे हैं। उन्हें भी हो सकती है यह किसी संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श से फैलता है या किसी ऐसी वस्तु या ऐसे स्थान को स्पर्श करने से जहां संक्रमित व्यक्ति ने खांसी और छिका हो।इस तरह की सतहों पर यह कोरोनावायरस कई घंटों तक जीवित रहता है।इस बीमारी के हवा से भी फैलने की संभावना है क्योंकि खासने और छीकने से हवा में 2 मीटर दूर तक बूंद फैलती है। ऐसे में इन परिस्थितियों में भी काम करने में काफी जोखिम रहता है। इसे कैसे रोका जाए-हाथ साफ रखना हाथ कई जगहों को छूते हैं।फिर इन हाथों को ही हम आंख ,नाक,और मुंह पर लगाते हैं।जिस कारण वायरस हमारे शरीर के अंदर प्रवेश कर सकता है।इसलिए वायरस से बचने के लिए 2 घंटे में कम से कम एक बार हाथों को अच्छे से धोना जरूरी है।1.यदि आपके पास पर्याप्त पानी है तो अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोए साबुन को अपनी उंगलियों के चारों और उनके बीच और नाखूनों के नीचे अपनी हथेलियों पर और अपने हाथों के पीछे की तरफ से लगभग 20 सेकंड तक रगड़े और फिर उन्हें धो ले।2-यदि आपके पास हैंड सैनिटाइजर है तो अपने हाथों पर लगभग एक चम्मच हैंड सेनीटाइजर डालें और हाथों की उंगलियों हाथों के बीच और नाखूनों पर और हाथों के पीछे से लगभग 20 सेकंड तक रगड़े लेकिन सैनिटाइजर के उपयोग के बाद हाथों को ना धोए।3-यदि आपके पास पानी का बहुत ही ज्यादा अभाव है तो एक प्लास्टिक की बोतल ले और सुबह उसमें साबुन वाला पानी भर दे। तो साबुन के पानी से भरी बोतल को उल्टा लटका है और ढक्कन में छेद करें इसमें से जो पानी निकलेगा उसे अपने हाथ पर डालें और अपनी हथेली पर और हाथों को पीछे अपनी उंगलियों के बीच हथेली पर और हाथों के पीछे अच्छे से रगड़े ।इसे 20 सेकंड तक करें फिर इसे एक थैलियों पर पोछ लें ।इसे हर 2 घंटे में 6 बार दोहराए। तौलियों को धोकर रात में सुखा लें। चेहरे खासकर नाथ या पलकों को छूने से बचें- यदि ऐसा करना संभव नहीं हो पा रहा है तो साफ धुले हाथों से ऐसा करने का प्रयास करें ।रेलिंग ,हैंडल ,डोर कुर्सी ,स्मार्टफोन डायल पैड, कंप्यूटर के प्रमुख पैड या एलीवेटर बटन को छूते समय सावधान रहे। बाजार,माल ,थियेटर ,बस ,टर्मिनल हवाई अड्डे जैसी लंबी कतारों और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें। यदि ऐसा संभव नहीं है तो लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर खुद को सुरक्षित रक्खे। कोविड-19 बहुत तेजी से फैलता है किसी को अपने कार्यक्षेत्र और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर दूसरों के साथ बातचीत करते समय अपने आप को बचाने की आवश्यकता है।यदि मास्क के तौर पर रुमाल का प्रयोग कर रहे हैं हर 6 घंटे या गीला ,नम होने पर इसे बदले।रुमाल को साफ करने के लिए इसे गर्म पानी और साबुन में धोये और इसे धूप में सुखाएं।यदि आप मास्क का प्रयोग कर रहे हैं तो इसे भी पांच से 6 घंटों में या जब आपको लगता है कि यह नम हो गया है तो इसे बदल दें बाहर से घर वापस आने के बाद सावधानियां- चाबियों, उपकरणों आदि को किसी बाक्स या सुरक्षित स्थान पर रखें।अपने कपड़े बदले और उन्हें धोये। यदि आप धो नहीं सकते हैं तो उन्हें एक पॉलिथीन बैग के अंदर अलग से रखें अगले दिन आप घर से बाहर कदम रखने से पहले उन्हें पहन सकते हैं। रेलिंग,हैंडल,डोर ,स्मार्टफोन डायल पैड, कंप्यूटर के प्रमुख पैड,लिफ्ट एलीवेटर बटन, बोरवेल्स को छूते समय सावधान रहे। पोषण- यह सुनिश्चित करें कि आपके पास अच्छा भोजन चावल,दाल,हरी,सब्जियां पत्तेदार,मांस,दूध,दही, पपीता,अमरूद,संतरे जैसे फल हैं पर्याप्त आराम करें। व्यायाम,योगा करें। दिमाग को सकारात्मक स्वस्थ ढांचे में प्रवेश करने दें खैर कोरोनावायरस की यह महामारी धीरे-धीरे खत्म होने लगेगी।चीन जहां से करोना कि शुरुआत हुई थी वहां की यह बीमारी घटती जा रही है इसलिए घबराइए नहीं और न ही उदास हो।जितना हो सके हर परिस्थिति में सकारात्मक रहने का प्रयास करें क्योंकि नकारात्मक भावनाएं वायरस से लड़ने में आपके शरीर की प्रतिरक्षा और सहनशक्ति को कम कर देंगे।जो आपके स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा नहीं होता है। कोरोना के लक्षण होने पर निम्न कार्य करें - बिस्तर पर आराम करें। अधिक मात्रा में तरल पदार्थ पिए।यदि कोई परेशानी हो तो चिकित्सक से तुरंत सलाह लें। गर्म नमक के पानी से गरारे करें।परिवार के सदस्यों को खुद को अलग करें। इस बीमारी के दौरान दूसरे से कम से कम 2 मीटर की दूरी पर रहे और उन्हें स्पर्श न करे।परिवार के सदस्यों में से किसी को लक्षण है तो परिवार में दूसरों बड़ों को महामारी के जोखिम के बारे में समझाएं और उन्हें खुद को अलग करने के लिए मना ले उन्हें अलग करने के लिए मजबूर न करें।दूरी बनाए रखे लेकिन उनसे प्यार से बात करें।उन्हें अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के साथ संक्रमण से निपटने में मदद करे।. कृत्य:नायाब टाइम्स
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अति दुःखद: *पूर्व विधायक आशा किशोर के पति का निधन* रायबरेली,सलोन विधान सभा के समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक आशा किशोर के पति श्याम किशोर की लंबी बीमारी के बाद लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया।इनकी उम्र लगभग 70 वर्ष की थी और पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। स्व श्याम किशोर अपने पीछे पत्नी आशा किशोर सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। श्याम किशोर की अंत्येष्टि पैतृक गांव सुखठा, दीन शाहगौरा में किया गया।इस अवसर पर सपा के वरिष्ठ नेता रामबहादुर यादव, विधायक डॉ मनोज कुमार पांडे, आरपी यादव, भाजपा सलोन विधायक दल बहादुर कोरी, राम सजीवन यादव, जगेश्वर यादव, राजेंद्र यादव,अखिलेश यादव राहुल निर्मल आदि ने पहुंचकर शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया। कृत्य:नायाब टाइम्स
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डॉ०सन्तोष यादव: मृत्यु लोक के सभी जीव जंतु पशु पक्षी प्राणियों को स्वस्थ शरीर एवं लम्बी उम्र दे खुदा आज के दिन की *हार्दिक शुभकामनाएं/मुबारक* हो.. रब से ये दुआ है कि आपके परिवार में खुशियां ही खुशियाँ हो आमीन..! अपने अंदाज में मस्ती से रहा करता हूँ वो साथ हमारे हैं जो कुछ दूर चला करते हैं । हम आज है डॉ०सन्तोष यादव साहब के साथ.....! *अस्लामु अलैकुम/शुभप्रभात* हैप्पी शनिवार
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शहीदों की मगफिरत के लिये दुआ:*माहे रमज़ान के मुबारक महीने में "कोरोना वायरस" से दुनिया में जितने लोग शहीद हुए हैं मैं नायाब अली वल्द मरहूम नवाब अली अल्लाह से गुज़ारिश करता हूँ उन सभी की मग़फ़िरत फरमाए औऱ मेरे अज़ीजो के साथ साथ मेरे खानदान के मरहुमो को जन्नतुल फिरदौस अता करें । *"आमीन"* *मरहूम:* गौहर अली (दादा),नवाब अली (वलीद), व भाइयों सय्यद मुश्ताक़ अहमद, सय्यद मुम्मताज़ अहमद, सय्यद अब्बास (स.), मोहम्मद इस्लाम (ब.), असद अली (भाई) के लिये अल्लाहताआलह से दुआ करता हूँ उनकी मग़फ़ेरत फरमाए... *आमीन*
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*--1918 में पहली बार इस्तेमाल हुआ ''हिन्दू'' शब्द !--* *तुलसीदास(1511ई०-1623ई०)(सम्वत 1568वि०-1680वि०)ने रामचरित मानस मुगलकाल में लिखी,पर मुगलों की बुराई में एक भी चौपाई नहीं लिखी क्यों ?* *क्या उस समय हिन्दू मुसलमान का मामला नहीं था ?* *हाँ,उस समय हिंदू मुसलमान का मामला नहीं था क्योंकि उस समय हिन्दू नाम का कोई धर्म ही नहीं था।* *तो फिर उस समय कौनसा धर्म था ?* *उस समय ब्राह्मण धर्म था और ब्राह्मण मुगलों के साथ मिलजुल कर रहते थे,यहाँ तक कि आपस में रिश्तेदार बनकर भारत पर राज कर रहे थे,उस समय वर्ण व्यवस्था थी।तब कोई हिन्दू के नाम से नहीं जाति के नाम से पहचाना जाता था।वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य से नीचे शूद्र था सभी अधिकार से वंचित,जिसका कार्य सिर्फ सेवा करना था,मतलब सीधे शब्दों में गुलाम था।* *तो फिर हिन्दू नाम का धर्म कब से आया ?* *ब्राह्मण धर्म का नया नाम हिन्दू तब आया जब वयस्क मताधिकार का मामला आया,जब इंग्लैंड में वयस्क मताधिकार का कानून लागू हुआ और इसको भारत में भी लागू करने की बात हुई।* *इसी पर ब्राह्मण तिलक बोला था,"क्या ये तेली, तम्बोली,कुणभठ संसद में जाकर हल चलायेंगे,तेल बेचेंगे ? इसलिए स्वराज इनका नहीं मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है यानि ब्राह्मणों का। हिन्दू शब्द का प्रयोग पहली बार 1918 में इस्तेमाल किया गया।* *तो ब्राह्मण धर्म खतरे में क्यों पड़ा ?* *क्योंकि भारत में उस समय अँग्रेजों का राज था,वहाँ वयस्क मताधिकार लागू हुआ तो फिर भारत में तो होना ही था।* *ब्राह्मण की संख्या 3.5% हैं,अल्पसंख्यक हैं तो राज कैसे करेंगे ?* *ब्राह्मण धर्म के सारे ग्रंथ शूद्रों के विरोध में,मतलब हक-अधिकार छीनने के लिए,शूद्रों की मानसिकता बदलने के लिए षड़यंत्र का रूप दिया गया।* *आज का OBC ही ब्राह्मण धर्म का शूद्र है। SC (अनुसूचित जाति) के लोगों को तो अछूत घोषित करके वर्ण व्यवस्था से बाहर रखा गया था।* *ST (अनुसूचित जनजाति) के लोग तो जंगलों में थे उनसे ब्राह्मण धर्म को क्या खतरा ? ST को तो विदेशी आर्यों ने सिंधु घाटी सभ्यता संघर्ष के समय से ही जंगलों में जाकर रहने पर मजबूर किया उनको वनवासी कह दिया।* *ब्राह्मणों ने षड़यंत्र से हिन्दू शब्द का इस्तेमाल किया जिससे सबको को समानता का अहसास हो लेकिन ब्राह्मणों ने समाज में व्यवस्था ब्राह्मण धर्म की ही रखी।जिसमें जातियाँ हैं,ये जातियाँ ही ब्राह्मण धर्म का प्राण तत्व हैं, इनके बिना ब्राह्मण का वर्चस्व खत्म हो जायेगा।* *इसलिए तुलसीदास ने मुसलमानों के विरोध में नहीं शूद्रों के विरोध में शूद्रों को गुलाम बनाए रखने के लिए लिखा !* *"ढोल गंवार शूद्र पशु नारी।ये सब ताड़न के अधिकारी।।"* *अब जब मुगल चले गये,देश में OBC-SC के लोग ब्राह्मण धर्म के विरोध में ब्राह्मण धर्म के अन्याय अत्याचार से दुखी होकर इस्लाम अपना लिया था* *तो अब ब्राह्मण अगर मुसलमानों के विरोध में जाकर षड्यंत्र नहीं करेगा तो OBC,ST,SC के लोगों को प्रतिक्रिया से हिन्दू बनाकर,बहुसंख्यक लोगों का हिन्दू के नाम पर ध्रुवीकरण करके अल्पसंख्यक ब्राह्मण बहुसंख्यक बनकर राज कैसे करेगा ?* *52% OBC का भारत पर शासन होना चाहिये था क्योंकि OBC यहाँ पर अधिक तादात में है लेकिन यहीं वर्ग ब्राह्मण का सबसे बड़ा गुलाम भी है। यहीं इस धर्म का सुरक्षाबल बना हुआ है,यदि गलती से भी किसी ने ब्राह्मणवाद के खिलाफ आवाज़ उठाई तो यहीं OBC ब्राह्मणवाद को बचाने आ जाता है और वह आवाज़ हमेशा के लिये खामोश कर दी जाती है।* *यदि भारत में ब्राह्मण शासन व ब्राह्मण राज़ कायम है तो उसका जिम्मेदार केवल और केवल OBC है क्योंकि बिना OBC सपोर्ट के ब्राह्मण यहाँ कुछ नही कर सकता।* *OBC को यह मालूम ही नही कि उसका किस तरह ब्राह्मण उपयोग कर रहा है, साथ ही साथ ST-SC व अल्पसंख्यक लोगों में मूल इतिहास के प्रति अज्ञानता व उनके अन्दर समाया पाखण्ड अंधविश्वास भी कम जिम्मेदार नही है।* *ब्राह्मणों ने आज हिन्दू मुसलमान समस्या देश में इसलिये खड़ी की है कि तथाकथित हिन्दू (OBC,ST,SC) अपने ही धर्म परिवर्तित भाई मुसलमान,ईसाई से लड़ें,मरें क्योंकि दोनों ओर कोई भी मरे फायदा ब्राह्मणों को ही हैं।* *क्या कभी आपने सुना है कि किसी दंगे में कोई ब्राह्मण मरा हो ? जहर घोलनें वाले कभी जहर नहीं पीते हैं।*
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Upsrtc.: *उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के मुख्य महाप्रबंधक (प्रशासनिक) 'वरिष्ठ पी.सी.एस' श्री विजय नारायण पाण्डेय 31 मई को होंगे रिटायर* लखनऊ। उ.प्र. परिवहन निगम के मुख्य महाप्रबंधक (प्रशासनिक) विजय नारायण पांडेय (वरिष्ठ पी.सी.एस.) ने दिनाँक 20 दिसम्बर 2018 को इस पद का पदभार संभाला था और वो 5 महीना 11 दिन की सेवा करने के बाद 31 मई 2019 को विभाग को अच्छी अनुभवी जानकारियां देते हुए अपने पद से रिटायर हो जाएंगे। उनके परिवहन निगम के कार्य कलाप की सभी अधिकारियों ने सराहना की। श्री पांडेय का मत है कि अधिकारी को विभाग के हित में ही काम करना चाहिए। उन्होंने कहा हमारे बास श्री संजीव सरन वरिष्ठ आई.ए.एस., चेयरमैन, श्री धीरज शाहू वरिष्ठ,आई.ए.एस. ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, प्रबंध निदेशक राधे श्याम आई.ए.एस. अपर प्रबंध निदेशक से भी हमको कुछ नई जानकारियां मिली जो एक नसीहत ही है। परिवहन निगम के आशुतोष गौड़ स्टाफ ऑफिसर, पर्सनल असिस्टेंट प्रबंध निदेशक व अनवर अंजार (जनसंपर्क अधिकारी, परिवहन निगम) ने भी अपने अधिकारी श्री वी. एन. पाण्डेय की प्रशंसा करते हुए बताया कि पाण्डेय जी के साथ काम करना एक नायाब अनुभव के बराबर है। अब शायद ही ऐसा अधिकारी हमारे बीच आये। - नायाब अली
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